मंज़िल पर उतरने पर
मंज़िल पर उतरने पर: किसी मंज़िल (रेलवे स्टेशन या मोटर स्टैंड) पर उतरे तो पढ़ेअऊजू बिकलिमातिल्लाहत्ताम्माति मिन शर्रि मा ख़लक़० तर्जुमा- अल्लाह के पूरे …
दुआ : इस्लाम में, दुआ का शाब्दिक अर्थ अल्लाह से विनती या “आह्वान” है, यह प्रार्थना या अनुरोध की प्रार्थना है। मुसलमान इसे इबादत का गहरा कार्य मानते हैं। मुहम्मद ने कहा है, “दुआ इबादत का सार है।”
मंज़िल पर उतरने पर: किसी मंज़िल (रेलवे स्टेशन या मोटर स्टैंड) पर उतरे तो पढ़ेअऊजू बिकलिमातिल्लाहत्ताम्माति मिन शर्रि मा ख़लक़० तर्जुमा- अल्लाह के पूरे …
किसी के यहाँ इफ़्तार करने पर: अफ़्त-र इन-द कुमुस्साइमून व अ-क-ल तआ-म कुमुल अब रा-रू व सल्लत अलैकुमुल मलाइकतु० तर्जुमा- तुम्हारे पास रोज़ेदार इफ़्तार करें…
जनाजे को कंधा देने का तरीका: जनाजे को कंधा देना इबादत है। सुन्नत यह है कि एक के बाद एक चारों पायों को कन्धा दे ओर हर बार दस दस क़दम चले। पहले सीधे…
सोते में डर, घबराहट या नींद उचटने पर: अऊज़ बिकलिमातिल्लाहित्ताम्मति मिन ग़-ज़बिही अ इक़ाबिही व शर्रि इबादिही व मिन ह-म-ज़ातिश्शयातीनि व अंय्य हजुरून…
जब सोकर उठे तो ये दुआ पढ़ें: जब सोकर उठे तो ये दुआ पढ़ें- अल् हम्दु लिल्लाहिल्लज़ी अह्याना बअदमा अमातना व इलैहिन्नुशूर। तर्जुमा- सब तारीफें ख़ुदा के लिए हैं…
रात को पढ़ने की चीजें: 1. हज़रत अब्दुल्लाह बिन मसऊद रज़ियल्लाहु तआला अन्हु फ़रमाते हैं कि अल्लाह के रसूल सल्लल्लाह अलैहि व सल्लम ने इर्शाद फ़रमाया कि…
मग़रिब की अज़ान हो तो यह दुआ पढ़ें: अल्लाहुम-म इन-न हाज़ा इक़बालु लैलि-क व इद्वारु नहारि-क व अस्वातु दुआति-क फ़गफ़िरली तर्जुमा- ऐ अल्लाह! यह तेरी रात के…
जब सूरज निकले तो यह दुआ पढ़ें: अल्हम्दु लिल्लाहिल्लज़ी अक़ा-ल-ना यौ-म-ना हाज़ा व लम् युहिलक्ना बिज़ुनूबिनाo तर्जुमा- सब तारीफें अल्लाह ही के लिए हैं…
जब दुश्मनों का डर हो यह पढ़ें: अल्लाहुम-म इन्ना नज्अलु-क फ़ी नुहूरि-हिम व न उज़ु बि-क मिन शुरूरिहिम० तर्जुमा- ऐ अल्लाह! हम तुझे इन (दुश्मनों) के सीनों में …
बुलंदी पर चढ़ने की दुआ: अल्लाहु अकबर
तर्जुमा: अल्लाह सबसे बड़ा है।
और बुलंदी से उतरने की दुआ: सुबहानल्लाह
तर्जुमा: अल्लाह की जात हर ऐब से पाक है।