कड़कने और गरजने पर

कड़कने और गरजने पर

जब कड़कने और गरजने की आवाज़ सुने तो यह पढ़े
dua kadakne or garajne per

अल्लाहम-म ला तक़्तुलना बि ग़-ज़-बि-क व ला तुहलिलना बि अज़ाबि-क  आफ़िना क़ब्-ल-ज़ालिक०

तर्जुमा- ऐ अल्लाह! हम को अपने ग़ज़ब से क़त्ल न फ़रमा और अपने अज़ाब से हमें हलाक न कर और इस से पहले हमें चैन दे। -तिर्मिज़ी

जब आंधी आये तो उसकी तरफ मुंह करे और दो ज़ानू यानी तशह्हुद की हालत की तरह बैठ कर यह पढ़े

jab andhi aaye

अल्लाहुम-मज-अलहा रहमतव व ला तज-अल-हा अज़ाबन अल्लाहुम-मज-अल-हा रियाहंव व ला तज-अल-हा रीहन०

तर्जुमा- ऐ अल्लाह! इसे रहमत बना और इसे अज़ाब न बना। ऐ अल्लाह! इसे नफ़ा वाली हवा बना और नुक़्सान वाली हवा न बना। -हिस्न हसीन

फ़ायदा- अगर आंधी के साथ अंधेरा भी हो (जिसे काली आंधी कहते हैं) तो सूरः कुल अऊजु बिरब्बिल फ़-ल-क़ि और कुल अऊजु बिरब्बिन्नासि पढ़े -मिश्कात

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