जान निकलते वक़्त की दुआ

जान निकलते वक़्त की दुआ

जब मौत क़रीब नज़र आए तो यों दुआ करे

maut kareeb aane per dua

अल्लाहुम-मग्फ़िर्ली वर्हनीव अलहिक़नी बिर्रा फ़ीक़िल अअला०

तर्जुमा- ऐ अल्लाह! मुझे बख़्श दे और मुझ पर रहम फ़रमा और मुझे ऊपर वाले साथियों में पहुंचा दे। -हिस्न हसीन

अपनी जान निकलते वक़्त यह दुआ करे

apni jaan nikalne per dua

अल्लाहुम-म अइन्नी अला ग़ म-रातिल मौति व स-क रातिल मौति०

तर्जुमा- ऐ अल्लाह! मौत की सख़्तियों के (इस मौके) में मेरी मदद फ़रमा।

फ़ायदा- मौत के वक़्त मरने वाले का चेहरा क़िब्ले की तरफ़ कर दिया जाए और जो मुसलमान वहां मौजूद हो, वह मरने वाले को ला इला-ह इल्लल्लाहु की तलक़ीन करे, यानी उस के सामने बुलंद आवाज़ से कलिमा पढ़े ताकि वह सुन कर कलिमा पढ़ ले।

तंबीह-

मौत के वक़्त कलिमे का पढ़ना फ़र्ज़ या वाजिब नहीं। अगर किसी ने नहीं पढ़ा तो उसके ईमान में कोई फ़र्क न आएगा।

हदीस शरीफ़ में है कि जिस का आख़िरी कलाम ला इला-ह इल्लल्लाहु है, वह जन्नत में दाखिल होगा। -हिस्ने हसीन

यानी गुनाहों की वजह से सज़ा पाने से बच जाएगा और जन्नत के दाखिले में रूकावट न रहेगी।

जान के निकलते वक़्त मौजूद लोगों में से कोई सूरः यासीन शरीफ पढ़ दे। (इस से जान निकलने में आसानी हो जाती है।)

यह सामग्री “Masnoon Duain with Audio” ऐप से ली गई है आप यह एंड्रॉइड ऐप डाउनलोड कर सकते हैं। हमारे अन्य इस्लामिक एंड्रॉइड ऐप और आईओएस ऐप देखें।

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