पाँचों नमाज़ों के बाद के अमलियात

* फज्र की नमाज़ के बाद सौ बार पढ़ें

fazr ki namaz ke baad

हुवल हय्युल कय्यूम

तर्जुमा: वोह ज़िंदा है। कायम रखने वाला है।

* जुहर की नमाज़ के बाद सौ बार पढ़ें

juhar ke namaz ke baad

हुवलअलिय्युल अजीम

तर्जुमा: वोह बहुत आलीशान और अज़ीमो शान है।

* असर की नमाज के बाद सौ बार पढ़ें

asar ki namaz ke baad

हुर्वरहमार्नुरहीम

तर्जुमा: वह बड़ा मेहरबान निहायत रहम वाला है।

* मग़रिब की नमाज़ के बाद सौ बार पढ़ें

magrib ke namaz ke baad

हुवलग़फूरुर्र्हीम

तर्जुमा: वही बख्शने वाला और रहम करने वाला है।

* इशा की नमाज़ के बाद सौ बार पढ़ें

isa ki namaz ke baad

हुवल्लतीफुलखबीर

तर्जुमा: वह पूरी तरह से और अच्छी तरह से सूचित है यानी मामूली से मामूली बात भी देखता है।

यह सामग्री “नमाज़ का तरीक़ा” ऐप से ली गई है आप यह एंड्रॉइड ऐप और आईओएस(आईफोन/आईपैड) ऐप डाउनलोड कर सकते हैं। हमारे अन्य इस्लामिक एंड्रॉइड ऐप और आईओएस ऐप देखें।

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