दुआ ए मासुरा | Dua e Masura
दुआ ए मासुरा | Dua e Masura: दुआ ए मासुरा नमाज पुरी होने से ठीक पहले पढ़ी जाती है यानी जब हम अत्तहियात के बाद दरूद शरीफ पढ़ लेते हैं उसके बाद दुआ ए मासुरा पढ़ते हैं। फिर उसके बाद सलाम फेरते है।
दुआ : इस्लाम में, दुआ का शाब्दिक अर्थ अल्लाह से विनती या “आह्वान” है, यह प्रार्थना या अनुरोध की प्रार्थना है। मुसलमान इसे इबादत का गहरा कार्य मानते हैं। मुहम्मद ने कहा है, “दुआ इबादत का सार है।”
दुआ ए मासुरा | Dua e Masura: दुआ ए मासुरा नमाज पुरी होने से ठीक पहले पढ़ी जाती है यानी जब हम अत्तहियात के बाद दरूद शरीफ पढ़ लेते हैं उसके बाद दुआ ए मासुरा पढ़ते हैं। फिर उसके बाद सलाम फेरते है।
दुआ बाज़ार में कुछ ख़रीदने बेचने पर: बिस्मल्लाहि अल्ला हुम-म इन्नी अस अलु-क खै-र हाज़िहिस्सूक़ि व खै-र मा फ़ीहा व अऊजु बि-क मिन शर्रि हा व शर्रि मा …
आयतुल कुर्सी जिसको की एक चौथाई कुरान कहा जाता है। जो इंसान फ़ज्र की नमाज़ के बाद आयतुल कुर्सी पढ़ता है, उसके लिए जन्नत के दरवाजे खोल दिए जाते हैं।
نیک مقاصد میں کامیابی اور مشکلات کاحل :چھلا کھ دردوں کا ثواب والا درودشریف छह लाख दरूदो का सवाब वाला दरूद शरीफ
दरूद ए ताज हिंदी में: अल्लाहुम्मा सल्ले अला सय्यिदिना व मौलाना मोहम्मदीन, साहिबित्त ताज़े वल मेअराजे वल बुर्राके वल अलम या ईलाही हमारे आक़ा व मौला …
तवाफ़ करते हुए: बैतुल्लाह शरीफ़ का तवाफ़ करते हुए पढ़ेसुब्हानल्लाहि वल् हम्दु लिल्लाहि व ला इला-ह इल्लल्लाहु वल्लाहु अक्बर व ला हौ-ल व ला कू-व-त इल्ला…
अराफ़ात में पढ़ने के लिए: तर्जुमा- कोई माबूद नहीं अल्लाह के सिवा, वह तंहा है, उसका कोई शरीक नहीं, उसी के लिए मुल्क है और उसी के लिए हम्द है और वह हर…
It is Masnoon duain pdf in English 185 pages. You can also download android app link from this page.
नमाज़ की सुन्नतें: तक्बीरे तहरीमा के लिये हाथ उठाना। हाथों की उंगलियां अपने हाल पर छोड़ना। तकबीर के वक़्त सर न झुकाना। मुस्तहब्बाते नमाज़: कियाम की…
दुआ जब खाना ख़त्म करें: जब खाना खा चुके तो यह दुआ पढ़ेअल हम्दु लिल्लाहिल्लज़ी अत-अ-म-ना व सक़ाना व ज-अ-ल-ना मुस्लिमीन।तर्जुमा- सब तारीफें ख़ुदा के लिए हैं…