किसी को मुसीबत में देखने पर
जब किसी को मुसीबत, परेशानी या बुरे हाल में देखे तो यह दुआ पढ़े अल् हम्दु लिल्लाहिल्लज़ी आफ़ानी मिम्मब्तला-क बिही व फ़ज़्ज़-ल-नी अला क-सी रिम मिम्मन …
दुआ : इस्लाम में, दुआ का शाब्दिक अर्थ अल्लाह से विनती या “आह्वान” है, यह प्रार्थना या अनुरोध की प्रार्थना है। मुसलमान इसे इबादत का गहरा कार्य मानते हैं। मुहम्मद ने कहा है, “दुआ इबादत का सार है।”
जब किसी को मुसीबत, परेशानी या बुरे हाल में देखे तो यह दुआ पढ़े अल् हम्दु लिल्लाहिल्लज़ी आफ़ानी मिम्मब्तला-क बिही व फ़ज़्ज़-ल-नी अला क-सी रिम मिम्मन …
जब सफर में रात हो जाये: जब सफ़र मे रात हो जाए तो यह पढ़े. तर्जुमा- ऐ ज़मीन! मेरा और तेरा रब अल्लाह है। मैं अल्लाह की पनाह चाहता हूं तेरे शर से और उन…
बस्ती नज़र आने पर: जब वह बस्ती नज़र आए, जिसमें जाना है तो यह पढ़े: अल्लाहुम-म- रब्बस्समावातिस्सब इ वमा अज्ललन वर ब्बल अर्जीनस्सब्इ व मा अक़्लल-न व …
किसी को रुख़स्त करने पर दुआ: अस्तौदिउल्ला -ह दी-न-क व अमा-न-त क व ख़्वाती-म अ-म-लि-कo तर्जुमा- अल्लाह के सुपुर्द करता हूं तेरा दीन और तेरी अमानतदारी की…
जब आईने में अपनी शक्ल देखें: अल्लाहुम-म अन-त हस्सन-त ख़ल्की फ़ हस्सिन ख़ुलु क़ी०तर्जुमा- ऐ अल्लाह ! जैसे तूने मेरी शक्ल अच्छी बनायी, मेरे अख़्लाक़ भी अच्छे…
कपड़ा पहनने पर: जब कपड़ा पहने तो यह दुआ पढ़े- अल् हम्दु लिल्लाहिल्लज़ी कसानी हाज़ा व र-ज़क़नीहि मिन गैरि हौलिम मिन्नी व ला कुव व तिन० तर्जुमा- सब तारीफें…
पीने का बयान: पानी पीने से पहले की दुआः ‘बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम’ तर्जुमा: ‘शुरू करता हूं अल्लाह के नाम से, जो बड़ा मेहरबान निहायत ही रहम वाला है।’…
दस्तरखान उठाने पर: जब दस्तरख्वान उठने लगे तो यह दुआ पढ़े- अल् हम्दु लि ल्लाहि हम्दन कसीरन तय्यबम मुबा-रकन फ़ीहि गै-र मुक़फ़ीयिन व ला मुवद्दइन व ला…
दुआ जब खाना शुरू करें: बिस्मिल्लाहि व अला ब-र-कतिल्लाह तर्जुमा- मैंने अल्लाह के नाम से और अल्लाह की बरकत पर खाना शुरू किया। -मुस्तद्रक
जब बाज़ार में दाखिल हों: जब बाज़ार में दाखिल हों तो यह पढ़ें- ला इला-ह इल्लल्लाहु वह्द हू ला शरी-क लहू लहुल मुल्कु व लहुल हम्दु युह यी व युमीतु व हु-व …