शाह-ए-मदीना! शाह-ए-मदीना! / Shah-e-Madina! Shah-e-Madina!
शाह-ए-मदीना! शाह-ए-मदीना!
शाह-ए-मदीना! शाह-ए-मदीना!
दो-आलम के वाली!
सारे नबी हैं तेरे दर के सवाली
शाह-ए-मदीना ! शाह-ए-मदीना!
शाह-ए-मदीना ! शाह-ए-मदीना!
या रसूलल्लाह! या हबीबल्लाह!
या रसूलल्लाह! या हबीबल्लाह!
जल्वे हैं सारे तेरे ही दम से
आबाद आलम तेरे करम से
बाक़ी हर इक शय नक़्श-ए-ख़याली
सारे नबी हैं तेरे दर के सवाली
शाह-ए-मदीना! शाह-ए-मदीना!
शाह-ए-मदीना! शाह-ए-मदीना!
या रसूलल्लाह! या हबीबल्लाह!
या रसूलल्लाह! या हबीबल्लाह!
तेरे लिए ही दुनिया बनी है
नीले फ़लक की चादर तनी है
तू अगर न होता दुनिया थी ख़ाली
सारे नबी हैं तेरे दर के सवाली
शाह-ए-मदीना! शाह-ए-मदीना!
शाह-ए-मदीना! शाह-ए-मदीना!
या रसूलल्लाह! या हबीबल्लाह!
या रसूलल्लाह! या हबीबल्लाह!
मज़हब है तेरा सब की भलाई
मस्लक है तेरा मुश्किल-कुशाई
देख अपनी उम्मत की ख़स्ता-हाली
सारे नबी हैं तेरे दर के सवाली
शाह-ए-मदीना! शाह-ए-मदीना!
शाह-ए-मदीना! शाह-ए-मदीना!
या रसूलल्लाह! या हबीबल्लाह!
या रसूलल्लाह! या हबीबल्लाह!
नात-ख़्वाँ: अब्दुर्रउफ रूफ़ी