109. Surah Al-Kafirun
Transliteration:
Bismillaahir Rahmaanir Raheem
Qul yaaa-ayyuhal kaafiroon
Laaa a’budu maa t’abudoon
Wa laaa antum ‘aabidoona maaa a’bud
Wa laaa ana ‘abidum maa ‘abattum
Wa laaa antum ‘aabidoona maaa a’bud
Lakum deenukum wa liya deen.
English:
In the name of Allah, Most Gracious, Most Merciful.
Say : O ye that reject Faith!
I worship not that which ye worship,
Nor will ye worship that which I worship.
And I will not worship that which ye have been wont to worship,
Nor will ye worship that which I worship.
To you be your Way, and to me mine.
Arabic:
بِسْمِ اللَّهِ الرَّحْمَٰنِ الرَّحِيمِ
1. قُلْ يَا أَيُّهَا الْكَافِرُونَ
2. لَا أَعْبُدُ مَا تَعْبُدُونَ
3. وَلَا أَنْتُمْ عَابِدُونَ مَا أَعْبُدُ
4. وَلَا أَنَا عَابِدٌ مَا عَبَدْتُمْ
5. وَلَا أَنْتُمْ عَابِدُونَ مَا أَعْبُدُ
6. لَكُمْ دِينُكُمْ وَلِيَ دِينِ
Hindi: अल्लाह के नाम से जो बड़ा कृपाशील अत्यन्त दयावान है।
(1) कह दो, “ऐ इनकार करने वालो!”
(2) मैं वैसी बन्दगी नहीं करूँगा जैसी बन्दगी तुम करते हो,
(3) और न तुम वैसी बन्दगी करने वाले हो जैसी बन्दगी मैं करता हूँ।
(4) और न मैं वैसी बन्दगी करनेवाला हूँ जैसी बन्दगी तुमने की है।
(5) और न तुम वैसी बन्दगी करने वाले हुए जैसी बन्दगी मैं करता हूँ।
(6) तुम्हारे लिए तुम्हारा धर्म है और मेरे लिए मेरा धर्म!”