दरूद शरीफ़
दरूद शरीफ़(Darood Sharif): अल्ला हुम-मा सल्लि अला मुहम्म-दिव व अला आलि मुहम्मदिन कमा सल्लै त अला इब्राही-म व अला आलि इब्राही म इन-न क हमीदुम मजीद० अल्ला …
दरूद शरीफ़(Darood Sharif): अल्ला हुम-मा सल्लि अला मुहम्म-दिव व अला आलि मुहम्मदिन कमा सल्लै त अला इब्राही-म व अला आलि इब्राही म इन-न क हमीदुम मजीद० अल्ला …
आयतल कुर्सी, दुआ: अल्लाहु ला इला-ह इल्ला हुवल हय्युल कय्युमु ला ताखुजुहू सि-न-तुं व-वला नौम लहू मा फ़िस्समावाति व मा फ़िल…तर्जुमा: अल्लाह (वह है कि)…
दुआ ए कुनूत: अल्ला हुम्मा इन्ना नस्ता इनुका व नस्तग्फ़िरुका वनु मेनू बेका व नतावक्कलु अलयका वनुस नी अल्य कल् ख्या वन्श कुरुका व्ला नक फुरुका व नखलऊ व नत…
वित्र की नमाज़: वाजिब हैं। इनकी तीनों रक्अतों में सूरः फ़ातिहा के बाद कोई सूर: पढ़ी जाती है।, मुसाफ़िर की नमाज़, बीमार की नमाज़
नफ़्ली नमाजें: तहज्जुद की नमाज़, इशराक़ की नमाज़, नमाज़े जुहा यानी चाश्त की नमाज़, नमाज़ अव्वाबीन, हाजत की नमाज़, नमाज़े तस्बीह…
अस्सी साल की इबादत का इनाम: हज़रत अबू हुरैरा रज़ि अल्लाहु तआला अन्हु की एक हदीस में ये नकल किया गया है: “जो शख्स जुमा के दिन अस्र की नमाज के बाद अपनी…
तरावीह की नमाज़: तरावीह मर्द व औरत सब के लिये सुन्नतए-मौअक्क्दा है। रमज़ान में इशा के फ़र्ज़ और सुन्नतें पढ़ने के बाद २० रक्अतें तरावीह की पढ़ना हर आदमी…
आदाबे ईदैन: ईदैन, (दोनों ईदों) की नमाज़ वाजिब है। ईदैन के दिन ईदगाह जाने से पहले मिस्वाक करना, गुस्ल करना सुन्नत है।ईद की नमाज़ का तरीका: लोगो को चाहिए…
नमाज़े जनाज़ा का तरीका: नमाज़े जनाज़ा पढ़ना “फ़र्जे किफ़ाया” है, यानी कोई एक भी अदा कर लें, तो सब की नमाज़ अदा हो जाती है, लेकिन अगर कोई न पढ़े तो जिन…
कब्रिस्तान में दाखिल होने की दुआ: अस्सलामु अला अह् लिद देयारे मिनल मोअ मे नीना वल मुस ले मीना वयर हमुल्लाहुल मुस तक् दे मीना मिन्ना वल मुस्ता खेरीना व इन्ना..