जब कब्रिस्तान में जाए
जब कब्रिस्तान में जाए: जब कब्रिस्तान में जाए तो यह पढ़ेअस्सलामु अलैकुम या अहल ल कुबूरि यग्फ़िरुल्ला हु लना व लकुम अन्तुम स-ल-फुना व नहनु बिल-अ-सरिo
जब कब्रिस्तान में जाए: जब कब्रिस्तान में जाए तो यह पढ़ेअस्सलामु अलैकुम या अहल ल कुबूरि यग्फ़िरुल्ला हु लना व लकुम अन्तुम स-ल-फुना व नहनु बिल-अ-सरिo
जब सफर में सुबह हो: सफ़र में जब सुबह का वक़्त हो तो यह पढ़ेसमि-अ सामिउम बिहम्दिल्लाहि व निअमतिही व हुस्नी बलाइ ही अलैना रब्बना साहिब-ना व अफ़ज़िल अलैना…
सफर से वापस होने के आदाब: जब सफ़र से वापस होने लगे, तो सवारी पर बैठ कर सवारी की दुआ पढ़ने के बाद वह दुआ पढ़े, जो सफ़र को रवाना होते वक़्त पढ़ी थी, यानी…
सफर से वापसी पर: सफ़र से वापस होकर जब अपने शहर या बस्ती में दाख़िल हों तो पढ़ेआइबू-न ताइबू-न आबिदू-न लिरब्बि ना हामिदून।तर्जुमा- हम लौटने वाले हैं, तौबा…
मुसाफ़िर के जाने पर: मुसाफ़िर के जाने पर यह दुआ देंअल्लाहुम-म अतविलहुल बुअ-द व हव्विन अलैहिस्स-फ़-र०तर्जुमा- ऐ अल्लाह! उस के सफ़र का रास्ता जल्दी तय करा दे…
सफ़र को चलते वक़्त: तर्जुमा- ऐ अल्लाह! हम तुझसे इस सफ़र में नेकी और परहेज़गारी का सवाल करते हैं और उन आमाल का सवाल करते हैं, जिनसे आप राज़ी हों। ऐ …
जब सफ़र का इरादा करें: अल्लाहुम-म बि-क असूलु व बि-क अहूलु व बि-क असीरू० तर्जुमा- ऐ अल्लाह! मैं तेरी ही मदद से (दुश्मनों पर) हमला करता हूं और तेरी ही मदद से…
मंज़िल पर उतरने पर: किसी मंज़िल (रेलवे स्टेशन या मोटर स्टैंड) पर उतरे तो पढ़ेअऊजू बिकलिमातिल्लाहत्ताम्माति मिन शर्रि मा ख़लक़० तर्जुमा- अल्लाह के पूरे …
किसी के यहाँ इफ़्तार करने पर: अफ़्त-र इन-द कुमुस्साइमून व अ-क-ल तआ-म कुमुल अब रा-रू व सल्लत अलैकुमुल मलाइकतु० तर्जुमा- तुम्हारे पास रोज़ेदार इफ़्तार करें…
जनाजे को कंधा देने का तरीका: जनाजे को कंधा देना इबादत है। सुन्नत यह है कि एक के बाद एक चारों पायों को कन्धा दे ओर हर बार दस दस क़दम चले। पहले सीधे…