सूरह अल-फ़ील मक्की है, इस में 5 आयतें हैं। इस सूरह में फ़ील शब्द का अर्थ हाथी है। यह सूरह पारा नंबर 30 मे है। सूरह का नाम पहली ही आयत के शब्द “असहाबिल-फील” (हाथी वालों) से लिया गया है।
सूरह अल-फ़ील हिन्दी में | Surah Al-Fil in Hindi
बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान और निहायत रहम वाला है।
अलम तरा कैफा फअला रब्बुका बि अस हाबिल फील ऐ रसूल! क्या तुम नहीं जानते कि तेरे पालनहार ने हाथी वालों के साथ क्या किया?
अलम यज अल कैदहूम फ़ी तजलील क्या उसने उनकी चाल को विफल नहीं कर दिया?
व अरसला अलैहिम तैरन अबाबील और उनपर पंक्षियों के झुन्ड भेजे।
तरमीहिम बि हिजारतिम मिन सिज्जील जो उन पर पकी कंकरी के पत्थर फेंक रहे थे।
फजा अलहुम का अस्फिम माकूल अन्ततः उन्हें ऐसा कर दिया, जैसे खाने का भूसा हो।