जीवनी पैगंबर मुहम्मद पेज 52
हज्जतुल विदआ – अंतिम हज: बहरहाल इस्लामिक वर्ष के अनुसार 11वें महीने में यह घोषणा की गई कि हज़रत मुहम्मद हज के इरादे से मक्का तशरीफ़ ले जा रहे हैं। यह…
हज्जतुल विदआ – अंतिम हज: बहरहाल इस्लामिक वर्ष के अनुसार 11वें महीने में यह घोषणा की गई कि हज़रत मुहम्मद हज के इरादे से मक्का तशरीफ़ ले जा रहे हैं। यह…
क्षमा का उच्च उदहारण: अब कु़रैश ने तमाम आलोचना ख़त्म कर दी और हुज़ूर अकरम पूरी एहतियात के साथ मक्का मे दाखि़ल हुये। आप ने अपनी फ़ौज को चार टुकड़ियों में…
बनी सआद हज़ीम का प्रतिनिधिमण्डल: यह प्रतिनिधिमंडल जिस समय मस्जिद नबवी में पहुंचा तो नबी करीम एक जनाज़े की नमाज़ पढ़ा रहे थे। उन्होंने आपस में तय किया कि…
हमदान का प्रतिनिधिमण्डल: ये क़बीला यमन में आबाद था। यहाँ इस्लाम को फैलाने के लिये खालिद बिन वलीद रज़िअल्लाह को भेजा गया। वो वहाँ देर तक रहे मगर अल्लाह…
अज़द का प्रतिनिधिमण्डल: इस प्रतिनिधि मण्डल में कुल सात आदमी थे। जो नबी करीम से मिलने आया। नबी करीम ने उनकी क़द काठी देखी तो बडे़ खुश हुए। फिर पूछा-…
अब्दुल क़ैस का प्रतिनिधिमण्डल: क़बीला ‘अब्दुल क़ैस’ का वफ़द ख़िदमत नब्वी में हाज़िर हुआ। आप (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने पूछा- तुम लोग किस क़बीले के हो?
सकीफ़ का प्रतिनिधिमंडल: ‘सक़ीफ़’ में सबसे पहले जो इस्लाम की तालीम हासिल करने की वजह से नबी करीम (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) की ख़िदमत में हाज़िर हुए। वो…
मुनाफ़िक़ों से छुटकारा: मदीने में इस दौरान मुनाफ़िकों ने हुज़ूर अकरम (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) की ग़ैर मौजूदगी का फ़ायदा उठा कर लोगों में अपना ज़हर फैलाने…
ग़ज़वा हुनैन: अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) को रूमियों की ख़बर मिली कि वो अ़रब के उत्तरी इलाक़ों पर हमले की तैयारियां कर रहे हैं। ऐसा हमला जो…
शाह ए ईरान को ख़त: ‘खुसरु परवेज़ किसरा’ ईरान का शहनशाह था। ‘अब्दुल्लाह बिन हुज़ाफ़ा’ रज़िअल्लाह अन्हु उसकी ओर ख़त लेकर गये।