सूरह दहर हिंदी में
अ ऊजु बिल्लाहि मिनश शैतानिर रजीम
बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम
- हल अता अलल इंसानी हिनुम मिनल दहरि लम यकुन शैअम मज़कूरा
- इन्ना खलक़नल इन्साना मिन नुत्फतिन अम्साज, नबतलीहि फजा अल्नाहु समीअम बसीरा
- इन्ना हदैनाहुस सबीला इम्मा शकिरौ व इम्मा कफूरा
- इन्ना अअ्तदना लिल काफिरीना सला सि ल् व अग्लालौं व सईरा
- इन्नल अबरारा यशरबूना मिन कासिन काना मिजाजुहा काफूरा
- अयैनअि यशरबु बिहा यिबादुल्लाहि यु फज्जिरू नहा तफ्जीरा
- यूफूना बिन नज़रि व यखाफूना यौमन क न शर्रुहू मुस्तत्वीरा
- व युत्वइमूनत्व त्वआ मा अला हुब्बिही मिस्कीनौं व यतीमौं व असीरा
- इन्नमा नुत्वअिमुकुम लि वज्हिल्लाही ला नुरीदु मिन्कुम जज़ाऔं वला शुकूरा
- इन्ना नखाफु मिर्रब्बिना यौमन अबूसा क़म्त्वरीरा
- फ व क़ाहुमुल्लाहु शर्रा ज़ालिकल यौमि व लक्क़ाहुम नद् रतौं व सुरूरा
- व जज़ाहुम बिमा स ब रू जन्नतौं व हरीरा
- मुत्तकिईना फीहा अलल अराइक, ला यरौना फीहा शम्सौं वला ज़म्हरीरा
- व दानियतन अलैहिम ज़िलालुहा व जुल्लिलत क़ुतुफुहा तज़्लीला
- व युताफु अलैहिम बि आनियतिम् मिनफिज्ज़त्युं व अक्बाबिन कानत क़वारीरअ्
- क़वारीरअ् मिन फिज्ज़तिन क़द्दरूहा तक़दीरा
- व युसक़ौना फीहा कासन काना मिजाजुहा ज़न्जबीला
- अैनन फीहा तुसम्मा सल्सबीला
- व यतूफु अलैहिम विल दानुम मुखल्लादून, इज़ा रअै’तहुम हसिब त हुम लूअ्लुअम मंसूरा
- व इज़ा र’अै’त नईमौं व मुल्कन कबीरा
- आलि’यहुम सियाबु सुन्दुसिन खुज्रौं व इस्तब्रक
- व हुल्लुहू अ साबिरा लकुम जज़ाऔं व काना सअ्युकुम मश्कूरा
- इन्ना नहनु नज्ज़लना अलैकल क़ुर’आना तंज़ी’ला
- फ अस्बिर लि हुक्मि रब्बिका वला तु’त्विअ् मिन्हुम आ सिमन औ कफूरा
- वज्कुरिस मा रब्बिका बुक् रतौं व असीला
- व मिनल् लैलि फस्जुद लहू व सब्बिहु लैलन त्व्वीला
- इन्ना हाऊलाइ युहिब्बूनल आजिलता व य ज़रूना वरा अहुम यौमन सकीला
- नह्नु ख़लक्नाहुम व शददना अस्राहुम, व इज़ा सिअ्ना बद्दलना अम्सालहुम तब्दीला
- इन्ना हाजिही तज्किरह, फमन् शा’अत्तखज़ा इला रब्बिही सबीला
- वमा तशाऊना इल्ला अइ’यशा अल्लाह, इन्नल्लाहा काना अलीमन हकीमा
- युद्खिलू मइ्यशाउ फी रहमतिही, वज्जालिमीना अ अद्दा लहुम अज़ाबन अलीमा
सूरह दहर वीडियो
सूरह दहर तर्जुमा हिंदी में
बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम
अल्लाह के नाम से जो बहुत मेहरबान , रहम करने वाला है।
- हल अता अलल इंसानी हिनुम मिनल दहरि लम यकुन शैअम मज़कूरा
बेशक इन्सान पर एक ऐसा वक्त आ चुका है कि वह कोई चीज़ क़ाबिले ज़िक्र न था - इन्ना खलक़नल इन्साना मिन नुत्फतिन अम्साज, नबतलीहि फजा अल्नाहु समीअम बसीरा
हमने इन्सान को मख़लूत नुत्फे से पैदा किया कि उसे आज़माये तो हमने उसे सुनता देखता बनाया - इन्ना हदैनाहुस सबीला इम्मा शकिरौ व इम्मा कफूरा
और उसको रास्ता भी दिखा दिया (अब वह) ख्वाह शुक्र गुज़ार हो ख्वाह नाशुक्रा - इन्ना अअ्तदना लिल काफिरीना सला सि ल् व अग्लालौं व सईरा
हमने काफ़िरों के ज़ंजीरे, तौक और दहकती हुई आग तैयार कर रखी है - इन्नल अबरारा यशरबूना मिन कासिन काना मिजाजुहा काफूरा
बेशक नेकोकार लोग शराब के वह सागर पियेंगे जिसमें काफूर की आमेज़िश होगी - अयैनअि यशरबु बिहा यिबादुल्लाहि यु फज्जिरू नहा तफ्जीरा
ये एक चश्मा है जिसमें से ख़ुदा के (ख़ास) बन्दे पियेंगे , और जहाँ चाहेंगे बहा ले जाएँगे - यूफूना बिन नज़रि व यखाफूना यौमन क न शर्रुहू मुस्तत्वीरा
ये वह लोग हैं जो नज़रें पूरी करते हैं और उस दिन से जिनकी सख्ती हर तरह फैली होगी डरते हैं - व युत्इमूनत् त्वआ मा अला हुब्बिही मिस्कीनौं व यतीमौं व असीरा
और उसकी मोहब्बत में मोहताज और यतीम और असीर को खाना खिलाते हैं - इन्नमा नुत्वअिमुकुम लि वज्हिल्लाही ला नुरीदु मिन्कुम जज़ाऔं वला शुकूरा
(और कहते हैं कि) हम तो तुमको बस ख़ालिस ख़ुदा के लिए खिलाते हैं, हम न तुम से बदले के ख़ास्तगार हैं और न शुक्र गुज़ारी के - इन्ना नखाफु मिर्रब्बिना यौमन अबूसा क़म्तरीरा
हमको तो अपने परवरदिगार से उस दिन का डर है जिसमें मुँह बन जाएँगे (और) चेहरे पर हवाइयाँ उड़ती होंगी - फ व क़ाहुमुल्लाहु शर्रा ज़ालिकल यौमि व लक्क़ाहुम नद् रतौं व सुरूरा
तो ख़ुदा उन्हें उस दिन की तकलीफ़ से बचा लेगा और उनको ताज़गी और ख़ुशदिली अता फरमाएगा - व जज़ाहुम बिमा स ब रू जन्नतौं व हरीरा
और उनके सब्र के बदले (बेहिश्त के) बाग़ और रेशम (की पोशाक) अता फ़रमाएगा - मुत्तकिईना फीहा अलल अराइक, ला यरौना फीहा शम्सौं वला ज़म्हरीरा
वहाँ वह तख्तों पर तकिए लगाए (बैठे) होंगे, न वहाँ (आफताब की) धूप देखेंगे और न शिद्दत की सर्दी - व दानियतन अलैहिम ज़िलालुहा व जुल्लिलत क़ुतुफुहा तज़्लीला
और घने दरख्तों के साए उन पर झुके हुए होंगे और मेवों के गुच्छे उनके बहुत क़रीब हर तरह उनके एख्तेयार में - व युताफु अलैहिम बि आनियतिम् मिनफिज्ज़त्युं व अक्बाबिन कानत क़वारीरअ्
और उनके सामने चाँदी के साग़र और शीशे के निहायत शफ्फ़ाफ़ गिलास का दौर चल रहा होगा - क़वारीरअ् मिन फिज्ज़तिन क़द्दरूहा तक़दीरा
और शीशे भी (काँच के नहीं) चाँदी के जो ठीक अन्दाज़े के मुताबिक बनाए गए हैं - व युसक़ौना फीहा कासन काना मिजाजुहा ज़न्जबीला
और वहाँ उन्हें ऐसी शराब पिलाई जाएगी जिसमें जनजबील (के पानी) की आमेज़िश होगी - अैनन फीहा तुसम्मा सल्सबीला
ये बेहश्त में एक चश्मा है जिसका नाम सलसबील है - व यतूफु अलैहिम विल दानुम मुखल्लादून, इज़ा रअै’तहुम हसिब त हुम लूअ्लुअम मंसूरा
और उनके सामने हमेशा एक हालत पर रहने वाले नौजवाल लड़के चक्कर लगाते होंगे, कि जब तुम उनको देखो तो समझो कि बिखरे हुए मोती हैं - व इज़ा र’अै’त नईमौं व मुल्कन कबीरा
और जब तुम वहाँ निगाह उठाओगे तो हर तरह की नेअमत और अज़ीमुश शान सल्तनत देखोगे - आलि’यहुम सियाबु सुन्दुसिन खुज्रौं व इस्तब्रक, व हुल्लुहू अ साबिरा मिन फिज्जह्, व सक़ाहुम रब्बुहुम शराबन तहूरा
उनके ऊपर सब्ज़ क्रेब और अतलस की पोशाक होगी, और उन्हें चाँदी के कंगन पहनाए जाएँगे, और उनका परवरदिगार उन्हें निहायत पाकीज़ा शराब पिलाएगा - इन्ना हाज़ा काना लकुम जज़ाऔं व काना सअ्युकुम मश्कूरा
ये यक़ीनी तुम्हारे लिए होगा और तुम्हारी (कारगुज़ारियों के) सिले में और तुम्हारी कोशिश क़ाबिले शुक्र गुज़ारी है - इन्ना नहनु नज्ज़लना अलैकल क़ुर’आना तंज़ी’ला
(ऐ रसूल) हमने तुम पर क़ुरान को रफ्ता रफ्ता करके नाज़िल किया - फस्बिर लिहुक्मि रब्बिका वला तु’त्विअ् मिन्हुम आ सिमन औ कफूरा
तो तुम अपने परवरदिगार के हुक्म के इन्तज़ार में सब्र किए रहो, और उन लोगों में से गुनाहगार और नाशुक्रे की पैरवी न करना - वज्कुरिस मा रब्बिका बुक् रतौं व असीला
सुबह शाम अपने परवरदिगार का नाम लेते रहो - व मिनल् लैलि फस्जुद लहू व सब्बिहु लैलन त्वीला
और कुछ रात गए उसका सजदा करो और बड़ी रात तक उसकी तस्बीह करते रहो - इन्ना हाऊलाइ युहिब्बूनल आजिलता व य ज़रूना वरा अहुम यौमन सकीला
ये लोग यक़ीनन दुनिया को पसन्द करते हैं और बड़े भारी दिन को अपने पसे पुश्त छोड़ बैठे हैं - नह्नु ख़लक्नाहुम व शददना अस्राहुम, व इज़ा सिअ्ना बद्दलना अम्सालहुम तब्दीला
हमने उनको पैदा किया और उनके आज़ा को मज़बूत बनाया, और अगर हम चाहें तो उनके बदले उन्हीं के जैसे लोग ले आएँ - इन्ना हाजिही तज्किरह, फमन् शा’अत्तखज़ा इला रब्बिही सबीला
बेशक ये कुरान सरासर नसीहत है, तो जो शख़्श चाहे अपने परवरदिगार की राह ले - वमा तशाऊना इल्ला अइ’यशा अल्लाह, इन्नल्लाहा काना अलीमन हकीमा
और जब तक ख़ुदा को मंज़ूर न हो तुम लोग कुछ भी चाह नहीं सकते, बेशक ख़ुदा बड़ा वाक़िफकार दाना है - युद्खिलू मइ्यशाउ फी रहमतिही, वज्जालिमीना अ अद्दा लहुम अज़ाबन अलीमा
जिसको चाहे अपनी रहमत में दाख़िल कर ले, और ज़ालिमों के वास्ते उसने दर्दनाक अज़ाब तैयार कर रखा है
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