112 हिन्दी में सूरह अल-इख़लास​

112 सूरह अल-इख़लास | Surah Al-Ikhlas

यह सूरह मक्की है, इस में 4 आयतें हैं। इख्लास का अर्थ है अल्लाह की शुद्ध इबादत करना। इसी का दूसरा नाम तौहीद है, इस सूरह में तौहीद का वर्णन है। यह सूरह पारा नंबर 30 मे है।

हजरत अब्दुल्लाह बिन मसूद की रवायत है कि कुरैश के लोगों ने रसूलल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम से कहा कि अपने रब का नसब हमें बताएं इस पर यह सूरह नाजिल हुई।

सहीह हदीस में है कि यह सूरह एक तिहाई कुरान के बराबर है। (सहीह बुख़ारी, सहीह मुस्लिम)

सूरह अल-इख़लास हिन्दी में | Surah Al-Ikhlas​ in Hindi

बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान और निहायत रहम वाला है।
  1. कुल हुवल लाहू अहद
    (ऐ रसूल!) कह दोः अल्लाह अकेला है।
  2. अल्लाहुस समद
    अल्लाह परम सत्य है।
  3. लम यलिद वलम यूलद
    न उसकी कोई संतान है और न वह किसी की संतान है।
  4. वलम यकूल लहू कुफुवन अहद
    और न कोई उसके बराबर है।

Surah Al-Ikhlas Video

Surah Al-Ikhlas with Urdu Tarjuma

Surah Al-Ikhlas in Arabic Image

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Surah Al-Ikhlas Video in Hijje

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