सूरह इन्शिक़ाक़ हिंदी में
अ ऊजु बिल्लाहि मिनश शैतानिर रजीम
बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम
- इज़स्समाउन् – शक़्क़त्
- व अज़िनत् लिरब्बिहा व हुक़्क़त्
- व इज़ल् – अर्जु मुद्दत्
- व अल्क़त् मा फ़ीहा व त – ख़ल्लत्
- व अज़िनत् लिरब्बिहा व हुक्क़त्
- या अय्युहल् – इन्सानु इन्न – क कादिहुन् इला रब्बि – क कद्हन् फ़मुलाकीहि
- फ़ – अम्मा मन् ऊति – य किताबहू बि – यमीनिही
- फ़सौ – फ़ युहा – सबु हिसाबंय् – यसीरा
- व यन्क़लिबु इला अह़्लिही मसरूरा
- व अम्मा मन् ऊति – य किताबहू वरा – अ ज़हरिही
- फ़सौ – फ़ यद्अु सुबूरा
- व यस्ला समीरा
- इन्नहू का – न फ़ी अह़्लिही मसूरूरा
- इन्नहू ज़न् – न अल्लंय्यहू – र
- बला इन् – न रब्बहू का – न बिही बसीरा
- फ़ला उक्सिमु बिश्श – फ़कि
- वल्लैलि व मा व – स – क
- वल्क़ – मरि इज़त्त – स – क
- ल – तरकबुन् – न त – बकन् अन् त – बक़
- फ़मा लहुम् ला युअ्मिनून
- व इज़ा कुरि – अ अलैहिमुल – कुरआनु ला यस्जुदू [सज़्दा]
- बलिल्लज़ी – न क – फ़रू युकज़्ज़िबून
- वल्लाहु अअ्लमु बिमा यूशून
- फ़- बश्शिरहुम् बि – अज़ाबिन अलीम
- इल्लल्लज़ी – न आमनू व अमिलुस्सालिहाति लहुम् अज्रुन् ग़ैरु मम्नून
सूरह इन्शिक़ाक़ वीडियो
सूरह इन्शिक़ाक़ का तर्जुमा हिंदी में
बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम
अल्लाह के नाम से शुरू जो निहायत मेहरबान व रहम वाला।
- इज़स्समाउन् – शक़्क़त्
जब आस्मान फट जायेगा। - व अज़िनत् लिरब्बिहा व हुक़्क़त्
और अपने रब का हुक्म सुन लेगा, और वह इसी लायक है। - व इज़ल् – अर्जु मुद्दत्
और जब जमीन फैला दी जाएगी। - व अल्क़त् मा फ़ीहा व त – ख़ल्लत्
और जो कुछ उसमें है निकाल डालेगी और खाली हो जाएगी। - व अज़िनत् लिरब्बिहा व हुक्क़त्
और अपने रब का हुक्म सुन लेगी, और वह इसी लायक है। - या अय्युहल् – इन्सानु इन्न – क कादिहुन् इला रब्बि – क कद्हन् फ़मुलाकीहि
ए इंसान, बेशक तू चला जा रहा है अपने रब की तरफ मशक्कत उठाते, फिर उसको मिलना है। - फ़ – अम्मा मन् ऊति – य किताबहू बि – यमीनिही
पस जिसको उसका आमाल नामा दायें हाँथ में दिया गया - फ़सौ – फ़ युहा – सबु हिसाबंय् – यसीरा
पस उससे अनकरीब आसन हिसाब लिया जायेगा। - व यन्क़लिबु इला अह़्लिही मसरूरा
और वह अपने लोगों की तरफ खुश खुश लौटेगा। - व अम्मा मन् ऊति – य किताबहू वरा – अ ज़हरिही
और वह जिसको उसका आमाल नामा उसकी पीठ पीछे दिया गया। - फ़सौ – फ़ यद्अु सुबूरा
वह अनकरीब मौत मांगेगा। - व यस्ला समीरा
और जहन्नम में जा पड़ेगा। - इन्नहू का – न फ़ी अह़्लिही मसूरूरा
बेशक वह अपने लोगों में खुश ओ खुर्रम था। - इन्नहू ज़न् – न अल्लंय्यहू – र
उसने गुनाह किया था कि वह हरगिज़ न लौटेगा। - बला इन् – न रब्बहू का – न बिही बसीरा
क्यूँ नही उसका रब बेशक उसे देखता था। - फ़ला उक्सिमु बिश्श – फ़कि
सो मैं कसम खाता हूँ शाम की सुर्खी की। - वल्लैलि व मा व – स – क
और रात की और जो सिमट आती है। - वल्क़ – मरि इज़त्त – स – क
और चाँद की जब मुकम्मल हो जाये। - ल – तरकबुन् – न त – बकन् अन् त – बक़
तुमको दर्जा व् दर्जा जरुर चढ़ना है। - फ़मा लहुम् ला युअ्मिनून
सो उन्हें क्या हो गया है जो वो ईमान नहीं लाते। - व इज़ा कुरि – अ अलैहिमुल – कुरआनु ला यस्जुदून [सज़्दाः]
और जब उनपर कुरआन पढ़ा जाता है तो वो सजदा नहीं करते। - बलिल्लज़ी – न क – फ़रू युकज़्ज़िबून
बल्कि जिन लोगों ने कुफ्र किया वह झुटलाते हैं। - वल्लाहु अअ्लमु बिमा यूशून
और अल्लाह खूब जानता है जो वह (दिलों में) भर रखते हैं। - फ़- बश्शिरहुम् बि – अज़ाबिन अलीम
सो उन्हें दर्दनाक अजाब की खुशखबरी सुना। - इल्लल्लज़ी – न आमनू व अमिलुस्सालिहाति लहुम् अज्रुन् ग़ैरु मम्नून
सिबाए उन लोगों के जो ईमान लाये और उन्होंने अच्छे काम किए, उनके लिए ख़त्म न होने बाला अजर है।
Surah Al-Insyiqaaq in Urdu Tarjuma
Surah Al-Inshiqaq in Arabic




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