सूरह अल-आला हिंदी में
अ ऊजु बिल्लाहि मिनश शैतानिर रजीम
बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम
- सब्बिहिस् – म रब्बिकल् – अअ्ला
- अल्लज़ी ख़ – ल – क़ फ़ – सव्वा
- वल्लज़ी कद्द – र फ़ – हदा
- वल्लज़ी अख़र – जल् – मरआ
- फ़ ज- अ – लहू गुसाअन् अह्ह्वा
- सनुक्रिउ – क फ़ला तन्सा
- इल्ला मा शा – अल्लाहु , इन्नहू यलमुल् – जह – र व मा यख़फा
- व नुयस्सिरु – क लिल्युसरा
- फ़ज़क्किर् इन् न – फ़ – अतिज् – ज़िक्रा
- स – यज़्ज़क्करु मंय्यख़्शा
- व य – तजन्नबुहल – अश्क-
- ल्लज़ी यस्लन् – नारल् – कुब्रा
- सुम् – म ला यमूतु फ़ीहा व ला यह्या
- क़द् अफ़्ल – ह मन् तज़क्का
- व ज़- करस् – म रब्बिही फ़ – सल्ला
- बल् तुअ्सिरूनल् – हयातद् – दुन्या
- वल – आख़िरतु खैरुंव – व अब्का
- इन् – न हाज़ा लफिस् – सुहुफ़िल् – ऊला
- सुहुफि इब्राही – म व मूसा
सूरह अल-आला वीडियो
सूरह अल-आला का तर्जुमा हिंदी में
बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम
शुरू अल्लाह के नाम से, जो बड़ा महेरबान, रहम बाला है।
- सब बिहिसम रब्बिकल अ’अला
अपने परवरदिगार के नाम की तस्बीह बयान कीजिये जिसकी शान सब से ऊंची है - अल्लज़ी खलका फसव्वा
जिस ने सब कुछ पैदा किया, और ठीक ठीक बनाया - वल्लज़ी क़द्दारा फ़-हदा
और जिस ने हर चीज़ को एक ख़ास अंदाज़ दिया फिर रास्ता बताया - वल लज़ी अख़ रजल मरआ
और जिस ने सब्ज़ चारा (ज़मीन से ) निकाला - फजा अलहु गुसाअन अहवा
फ़िर उसको सियाह भूसा बना डाला - सनुक़ रिउका फला तन्सा
(ए पैग़म्बर ) हम ख़ुद आपको क़ुरआन पढ़ाएंगे तो आप नहीं भूलेंगे - इल्ला माशा अल्लाह, इन्नहू यअ’लमुल जहरा वमा यख्फा
सिवाए उसके जिसको अल्लाह चाहे, यक़ीन रखो ! वो खुली हुई चीज़ों को भी जानता है और उन चीज़ों को भी जो छुपी हुई हैं - व नुयस्सिरुका लिल युसरा
और हम आपको आहिस्ता आहिस्ता आसानी तक पहुंचा देंगे - फ़ ज़क्किर इन् नफ़ा अतिज़ ज़िकरा
तो आप नसीहत करते रहिये, अगर नसीहत का फ़ायदा हो - सयज़ ज़क करू मै यख़शा
जिसके दिल में अल्लाह का खौफ़ होगा वो नसीहत मानेगा - व यतजन्न बुहल अश्का
और उस से दूर रहेगा जो बड़ा बद बख्त होगा - अल्लज़ी यस्लन नारल कुबरा
जो सब से बड़ी आग में गिरेगा - सुम्म ला यमूतु फ़ीहा वला यहया
फिर उस (आग) में न मरेगा और न जियेगा - क़द अफ्लहा मन तज़क्का
वो कामयाब हो गया जिसने पाकीज़गी इख्तियार की - व ज़करस्म रब्बिही फ़सल्ला
और अपने परवरदिगार का नाम लिया और नमाज़ पढ़ी - बल तुअ’सिरूनल हयातद दुनिया
लेकिन तुम लोग दुनयवी ज़िन्दगी को आगे रखते हो - वल आखिरतु खैरुव वअब्क़ा
हालाँकि आख़िरत कहीं ज़्यादा बेहतरीन और बाक़ी रहने वाली है - इन्न हाज़ा लफ़िस सुहुफ़िल ऊला
ये बात पिछले (आसमानी) सहीफों में भी दर्ज है - सुहुफि इब्राहीमा व मूसा
इबराहीम और मूसा (अ.स.) के सहीफों में
सूरह अल-आला का तर्जुमा उर्दू में वीडियो
Surah Al-Aalaa in Arabic



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