सूरह अल-लैल हिंदी में
अऊजु बिल्लाहि मिनश शैतानिर रजीम
बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम
- वल लैलि इज़ा यगशा
- वन नहारि इज़ा तजल्ला
- वमा खलाकज़ ज़कारा वल उनसा
- इन्ना सअ’यकुम लशत ता
- फ़ अम्मा मन अअ’ता वत तक़ा
- वसद दक़ा बिल हुस्ना
- फ़ सनुयस सिरुहू लिल युसरा
- व अम्मा मम बखिला वस तग्ना
- व कज्ज़बा बिल हुस्ना
- फ़ सनुयस सिरुहू लिल उसरा
- वमा युग्नी अन्हु मालुहू इज़ा तरददा
- इन्ना अलैना लल हुदा
- व इन्ना लना लल आखिरता वल ऊला
- फ़ अनज़र तुकुम नारन तलज्ज़ा
- ला यस्लाहा इल्लल अश्का
- अल लज़ी कज्ज़बा व तवल्ला
- व सयुजन्नबुहल अतक़ा
- अल्लज़ी युअ’ती मा लहू यतज़क्का
- वमा लि अहदिन इन्दहू मिन निअ’मतिन तुज्ज़ा
- इल्लब तिगाअ वज्हि रब्बिहिल अअ’ला
- व लसौफ़ा यरदा
सूरह अल-लैल वीडियो
सूरह अल-लैल तर्जुमा हिंदी में
बिस्मिल्लाहिररहमानिररहीम
शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा महेरबान निहायत रहम बाला है।
- वल लैलि इज़ा यगशा
रात की क़सम जब कि वो छा जाये। - वल लैलि इज़ा यगशा
रात की क़सम जब कि वो छा जाये। - वन नहारि इज़ा तजल्ला
दिन की क़सम जब वो रौशन हो जाये। - वमा खलाकज़ ज़कारा वल उनसा
उस ज़ात की क़सम जिस ने नर व मादा को पैदा किया। - इन्ना सअ’यकुम लशत ता
यक़ीनन तुम्हारी कोशिशें अलग अलग हैं। - फ़ अम्मा मन अअ’ता वत तक़ा
तो जिस ने (अल्लाह के रास्ते में कुछ) दिया और डरता रहा। - वसद दक़ा बिल हुस्ना
और भली बात को सच माना। - फ़ सनुयस सिरुहू लिल युसरा
तो हम आहिस्ता आहिस्ता उसको आसानी की तरफ ले चलेंगे। - व अम्मा मम बखिला वस तग्ना
और जिस ने बुख्ल किया और बेपरवा रहा। - व कज्ज़बा बिल हुस्ना
और उस ने भली बात न मानी। - फ़ सनुयस सिरुहू लिल उसरा
तो हम उसको आहिस्ता आहिस्ता सख्ती की तरफ ले चलेंगे। - वमा युग्नी अन्हु मालुहू इज़ा तरददा
और जब वो गढ़े में गिरेगा तो उसका माल उसके कुछ काम नहीं आएगा। - इन्ना अलैना लल हुदा
ये सच है कि रास्ता बतला देना हमारे ही जिम्मे है। - व इन्ना लना लल आखिरता वल ऊला
और यक़ीनन दुनिया व आख़िरत के मालिक हम ही हैं। - फ़ अनज़र तुकुम नारन तलज्ज़ा
तो मैंने तुमको एक भड़कती आग से ख़बरदार कर दिया है। - ला यस्लाहा इल्लल अश्का
इस में वही बदबख्त दाखिल होगा। - अल लज़ी कज्ज़बा व तवल्ला
जिस ने हक़ को झुटलाया और मुंह मोड़ा। - व सयुजन्नबुहल अतक़ा
हाँ, अल्लाह इस से परहेज़गार शख्स को बचा लेंगे। - अल्लज़ी युअ’ती मा लहू यतज़क्का
जो अपना माल इसलिए देता है कि वो पाक हो जाये। - वमा लि अहदिन इन्दहू मिन निअ’मतिन तुज्ज़ा
हालाँकि उसपर किसी का कोई अहसान नहीं था जिस का बदला दिया जाता। - इल्लब तिगाअ वज्हि रब्बिहिल अअ’ला
बल्कि वो अपने परवरदिगार की रज़ा हासिल करने के लिए देता है जिसकी शान सब से ऊंची है। - व लसौफ़ा यरदा
यक़ीन रखो ऐसा शख्स जल्द ही ख़ुश हो जायेगा।
सूरह अल-लैल उर्दू तर्जुमा वीडियो
सूरह अल-लैल उर्दू तर्जुमा वीडियो



Post Views:
114