हजरत खालिद बिन वलीद-4
हिजरत के दौरान मुहाजिरीन (मक्का के प्रवासियों) ने अपना अधिकांश सामान अपने पीछे छोड़ दिया, जिसे अंततः कुरैश के कुफ्फरों ने ले लिया।
You can read all post related to Islamic stories.
हिजरत के दौरान मुहाजिरीन (मक्का के प्रवासियों) ने अपना अधिकांश सामान अपने पीछे छोड़ दिया, जिसे अंततः कुरैश के कुफ्फरों ने ले लिया।
पैगंबर मुहम्मद (सल्लललाहू अलैही वसललम) मक्का में लोगों को इस्लाम की तरफ बुलाते रहे, उधर मक्का की जमीन हुजूर (सल्लललाहू अलैही वसललम) के लिए तंग होने लगी।
अरब उस समय अंधकार के दौर में था। अमीर लोग गरीबों और असहायों के साथ अन्याय, बेवजह खूनखराबा, महिलाओं को किसी घरेलु पशु से बेहतर नहीं माना जाता था।
हजरत खालिद इब्न वलीद रज़ी अल्लाहू अनहू का जन्म सम्भवत 592 ईस्वी में अरब के एक नामवर परिवार में हुआ था। आपका जन्म कुरैश की एक जनजाती बनू मख़ज़ूम खानदान…
नमाज में पढ़ी जाने वाली 12 सूरते हिंदी में 7. सूरह नस्र 8. सूरह अल क़द्र 9. सूरह लहब (तब्बत यदा) 10. सूरह अस्र (वल अम्रि) 11. सूरह फ़ील (अलम तरा कैफ़)…
आपका नाम मुहम्मद, आपका उपनाम अबू अब्दुल्लाह, और आपका लकब नासिर अल-हदीस था। आपके पिता माननीय इदरीस बिन उस्मान बिन शाफी थे। अपने परदादा शाफ़ी बिन साएब के …
आपका जन्म रबी अल-अव्वल 666 हिजरी में, सीरिया के एक गांव हैरान में हुआ था।निवास स्थान: आपके पहले छह साल “हैरान” में बिताए थे जब ततारियों ने “हैरान” पर…
तारिक बिन जियाद: तारिक बिन ज़ियाद(अरबी: طارق بن زياد) का जन्म 55 हिजरी में अल्जीरिया के पश्चिमी प्रांत में हुआ था। जीवन के 45 बसंतो को देखने के बाद 101…
आप का नाम उमर था और आप का सरनेम अबू हफ्स था। आपके पिता का नाम अब्द अल-अज़ीज़ और माता का नाम उम्मे आसिम है। आपके पिता बनू उमय्याह में एक खास स्थान रखते…
इमाम बुखारी का नाम मुहम्मद और उपनाम अबू अब्दुल्ला है। आपकी वंशावली ये है। मुहम्मद बिन इस्माइल बिन इब्राहिम बिन मुगीरा बिन बर्दज़ाबाह बिन बज़ाबाह…