सूरह बकरा हिंदी में (पेज 1)
सूरह बकरा: कुरान का अध्याय (सूरा) नंबर दो है, यह सूरह मदनी है, इस में 286 आयतें हैं। यह सूरह कुरान की सब से बड़ी सूरह है। इस के एक स्थान पर “बकरह“ यानी …
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जीवनी पैग़म्बर मुहम्मद ﷺ: आपका जन्म दिन और संसार का सौभाग्य: हज़रत “आमिना” के घर के आंगन में एक नन्हे मुन्ने बच्चे ने पहली किलकारी मारी। दाई “हलीमा” ने …
हजरत खालिद इब्न वलीद रज़ी अल्लाहू अनहू का जन्म सम्भवत 592 ईस्वी में अरब के एक नामवर परिवार में हुआ था। आपका जन्म कुरैश की एक जनजाती बनू मख़ज़ूम खानदान…
नमाज़ का तरीका सूची – List – Chapter Index: Here you can find all posts related to Namaz and other related posts about Islam.
दुआ सूची:बुखार से शिफ़ा की दुआ, हर मूज़ी मरज़ से पनाह की दुआ, बद हज्मी की दुआ, कुरआने पाक पढ़ने की दुआ, इल्म में इज़ाफे की दुआ, हाफ़िज़ा मज़बूत करने की दुआ
कुरान इस्लाम धर्म की सबसे पवित्र किताब मानी जाती है। कहा जाता है कि कुरान ईश्वर द्वारा भेजी गई आखिरी और सर्वोच्च किताब हैं। कुरान को 30 बराबर भागों में …
नमाज़ के वक्तों और उनकी फजीलत। नमाज़ गुनाहों के लिए कफ्फारा है। नमाज़ वक्त पर पढ़ने की फजीलत। पांचों नमाजें गुनाहों को मिटाने वाली हैं। Hadis 327, 328
डर की नमाज का बयान, Hadis 524, पैदल और सवार होकर खौफ की नमाज़ अदा करना। पीछा करने वाले और पीछा किये गये का सवारी पर इशारे से नमाज़ पढ़ना।
इस्लामिक परंपरा में प्रथम पैगंबर के रूप में हजरत आदम अलैहिस्सलाम की प्रतिष्ठा है, जिसे सनातन परंपरा मनु के नाम से जानती है। इन्हीं हजरत आदम की औलादों में हजरत शीश अलैहिस्सलाम दिव्य गुणों से युक्त थे और उन्हें दूसरे पैगंबर का गौरव हासिल है।
मक्का और मदीना की मस्जिदों में नमाज़ पढ़ना। मक्का और मदीना की मस्जिद में नमाज़ पढ़ने की फजीलत। Hadis 621, कुबा की मस्ज़िद का बयान। (मस्जिद नबवी में) कब्र और मिम्बर के बीच वाली जगह की फजीलत।
सदका फित्र के बयान में। सदका-ए-फित्र की फरजियत। ईद से पहले सदका फित्र की अदायगी का बयान। सदका फित्र हर आजाद या गुलाम पर वाजिब है।
ईदों का बयान: ईद के दिन बरछों और ढ़ालों से जिहादी मश्क करना।, ईदुलफित्र के दिन (नमाज़ के लिए) निकलने से पहले कुछ खाना।, ईदुल अज़हा (बकरा ईद) के दिन खाने का बयान।, Hadis 530, ईदगाह में मिम्बर के बगैर जाना।
कोई मसअला पेश आने पर सफर करना और अपने घर वालों को तालीम देना। इल्म हासिल करने के लिए बारी बांधना। तकरीर या तालीम के वक्त किसी बुरी बात पर नाराजगी जाहिर करना। Hadis 80, 81, खूब समझाने के लिए एक बात को तीन बार दोहराना।
लड़के का किस उम्र में हदीस सुनना ठीक है? इल्म पढ़ने और पढ़ाने वाले की फजीलत। दुनिया से इल्म उठ जाना और जहालत का आम हो जाना। इल्म की फरावानी का बयान। Hadis 76
Hadis 59, Hadis 60, “कभी कभी वह आदमी जिसे हदीस पहुंचाई जाये, सुनने वाले से ज्यादा याद रखने वाला होता हैं” Hadis 62, Hadis 63, अल्लाह जिसके साथ भलाई चाहता है, उसे दीन की समझ अता फरमाता है।
इल्म का बयान: इल्म की फजीलत। इल्मी बातें जोर-जोर से कहना। मालूमात आजमाने के लिए उस्ताद का शागिर्द के सामने कोई मसला पेश करना। शागिर्द का उस्ताद के सामने पढ़ना और पेश करना।