सूरह नाज़िआत हिंदी में
अ ऊजु बिल्लाहि मिनश शैतानिर रजीम
बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम
- वन्नाज़िआ़ति ग़रक़ंव्
- वन्नाशिताति नश्तंव्
- वस्साबिहाति सब्हन्
- फ़स्साबिक़ाति सब्क़न्
- फ़ल्मुदब्बिराति अम्रा
- यौ – म तर्जुफर्राजि – फ़तु
- तत्बअुहर् – रादिफ़ह्
- कुलूबुंय् – यौमइज़िंव् – वाजि – फ़तुन्
- अब्सारुहा ख़ाशिअ़ह्
- यकूलू – न अ- इन्ना ल – मरदूदू- न फिल् – हाफ़िरह्
- अ- इज़ा कुन्ना अिजा़मन् – नखिरह्
- का़लू तिल् – क इज़न् कर्रतुन् ख़ासिरह
- फ़ – इन्नमा हि – य ज़ज् – रतुंव – वाहि दतुन्
- फ़ – इज़ा हुम् बिस्साहिरह्
- हल् अता – क हदीसु मूसा
- इज् नादाहु रब्बुहू बिल्वादिला – मुक़द्दसि तुवा
- इज़्हब् इला फ़िरऔ – न इन्नहू तग़ा
- फ़कुल हल् – ल – क इला अन् तज़क्का
- व अहदि – य – क इला रब्बि – क फ़ – तख़्शा
- फ – अराहुल आ – यतल् – कुब्रा
- फ़ – कज़्ज़ – ब व अ़सा
- सुम् – म अदब – र यस्आ
- फ़ – ह – श – र ,फ़नादा
- फ़का – ल अ – न रब्बुकुमुल् – अअ्ला
- फ़ – अ- ख़ ज़हुल्लाहु नकालल् आखिरति वल् – ऊला
- इन् – न फ़ी ज़ालि – क ल – अिब् – रतल् लिमंय्यख़्शा
- अ – अन्तुम् अशद्दु ख़ल्क़न् अमिस्समा – उ बनाहा
- र – फ़- अ़ सम्कहा फ़ – सव्वाहा
- व अगत – श लैलहा व अख्र – ज जुहाहा
- वल्अर् – ज़ ब – द ज़ालि – क दहाहा
- अख्र – ज मिन्हा मा – अहा व मरआ़हा
- वल् – जिबा – ल अर्साहा
- मताअ़ल् – लकुम् व लि – अन्आ़मिकुम
- फ़ – इज़ा जा – अतित् – ताम्मतुल् – कुब्रा
- यौ – म य – तज़क्करुल् – इन्सानु मा सआ़
- व बुर्रि – ज़तिल् – जहीमु लिमंय्यरा
- फ़ – अम्मा मन् तग़ा
- व आ – सरल् हयातदुन्या
- फ़ – इन्नल् – जही – म हि – यल् – मअ्वा
- व अम्मा मन् ख़ा – फ़ मका़ – म रब्बिही व नहन् – नफ् – स अ़निल् – हवा
- फ़ – इन्नल् जन्न – त हि – यल् – मअ्वा
- यस्अलू – न – क अ़निस्सा – अ़ति अय्या – न मुरसाहा
- फ़ी – म अन् – त मिन् ज़िक्राहा
- इला रब्बि – क मुन्तहाहा
- इन्नमा अन् – त मुन्ज़िरु मंय्यख़्शाहा
- क – अन्नहुम् यौ – म यरौनहा लम् यल्बसू इल्ला अ़शिय्य तन् औ जुहाहा
सूरह नाज़िआत वीडियो
सूरह नाज़िआत का तर्जुमा
बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम
अल्लाह के नाम से जो बहुत मेहरबान , रहम करने वाला है।
- वन्नाज़िआ़ति ग़रक़ंव्
क़सम है डूब कर खींचने वाले ( फरिश्तों ) की। - वन्नाशिताति नश्तंव्
और खोल कर छुड़ाने वालों की। - वस्साबिहाति सब्हन्
और तेज़ी से तैरने वालों की। - फ़स्साबिक़ाति सब्क़न्
फिर दौड़ कर आगे बढ़ने वालों की। - फ़ल्मुदब्बिराति अम्रा
फिर हुक्म के मुताबिक़ तदबीर करने वालों की। - यौ – म तर्जुफर्राजि – फ़तु
जिस दिन कांपने वाली कांपे। - तत्बअुहर् – रादिफ़ह्
और उस के पीछे आए पीछे आने वाली। - कुलूबुंय् – यौमइज़िंव् – वाजि – फ़तुन्
कितने दिल उस दिन धड़कते होंगे। - अब्सारुहा ख़ाशिअ़ह्
उन की निगाहें झुकी हुई। - यकूलू – न अ- इन्ना ल – मरदूदू- न फिल् – हाफ़िरह्
वह कहते है क्या हम पहली हालत में लौटाए जाएंगे? - अ- इज़ा कुन्ना अिजा़मन् – नखिरह्
क्या जब हम खोखली हड्डियां हो चुके होंगे? - का़लू तिल् – क इज़न् कर्रतुन् ख़ासिरह
वह बोले कि यह फिर ख़सारे वाली वापसी है। - फ़ – इन्नमा हि – य ज़ज् – रतुंव – वाहि दतुन्
फिर वह तो सिर्फ एक डांट है। - फ़ – इज़ा हुम् बिस्साहिरह्
फिर वह उस वक्त मैदान में ( मौजूद होंगे )। - हल् अता – क हदीसु मूसा
क्या तुम्हारे पास मूसा ( अ ) की बात पहुँची? - इज् नादाहु रब्बुहू बिल्वादिला – मुक़द्दसि तुवा
जब उस को उस के रब ने पुकारा तुवा के मुक़द्दस वादी में। - इज़्हब् इला फ़िरऔ – न इन्नहू तग़ा
के फिरऔन के पास जाओ , वेशक उस ने सरकशी की है। - फ़कुल हल् – ल – क इला अन् तज़क्का
पस कहोः क्या तुझ को ( ख़ाहिश है ) कि तू संवर जाए। - व अहदि – य – क इला रब्बि – क फ़ – तख़्शा
और मैं तुझे तेरे रब की तरफ राह दिखाऊँ कि तू डरे। - फ – अराहुल आ – यतल् – कुब्रा
( मुसा अने ) उस को दिखाई बड़ी निशानी। - फ़ – कज़्ज़ – ब व अ़सा
उस न झुटलाया और नाफरमानी की। - सुम् – म अदब – र यस्आ
फिर पीट फेर कर के (हक के खिलाफ) जी तोड कोशिश किया। - फ़ – ह – श – र ,फ़नादा
फिर ( लोगों को ) जमा किया फिर पुकारा। - फ़का – ल अ – न रब्बुकुमुल् – अअ्ला
फिर कहा कि मैं तुम्हारा सब से बड़ा रब हूँ। - फ़ – अ- ख़ ज़हुल्लाहु नकालल् आखिरति वल् – ऊला
तो अल्लाह ने उस को दुनिया और आख़िरत की सजा में पकड़ा। - इन् – न फ़ी ज़ालि – क ल – अिब् – रतल् लिमंय्यख़्शा
बेशक इस में उस के लिए इव्रत है जो डरे। - अ – अन्तुम् अशद्दु ख़ल्क़न् अमिस्समा – उ बनाहा
क्या तुम्हारा बनाना जियादा मुश्किल है या आस्मान का , उस ने उस को बनाया। - र – फ़- अ़ सम्कहा फ़ – सव्वाहा
उस की छत को बुलन्द किया फिर उस को दुरुस्त किया। - व अगत – श लैलहा व अख्र – ज जुहाहा
और उस की रात को तारीक कर दिया और निकाली दिन की रोशनी। - वल्अर् – ज़ ब – द ज़ालि – क दहाहा
और उस के बाद जमीन को बिछाया। - अख्र – ज मिन्हा मा – अहा व मरआ़हा
उस से उस का पानी निकाला और तुम्हारे और तुम्हारे चीपायों के फाइद के लिए। - वल् – जिबा – ल अर्साहा
और पहाड़ों को काइम किया। - मताअ़ल् – लकुम् व लि – अन्आ़मिकुम
तुम्हारे और तुम्हारे चौपायों के फाइदे के लिए। - फ़ – इज़ा जा – अतित् – ताम्मतुल् – कुब्रा
फिर जब बड़ा हंगामा आएगा ( क़ियामत )। - यौ – म य – तज़क्करुल् – इन्सानु मा सआ़
उस दिन इन्सान याद करेगा जो उस ने कमाया ( अपने आमाल )। - व बुर्रि – ज़तिल् – जहीमु लिमंय्यरा
और जहन्नम हर उस के लिए ज़ाहिर कर दी जाएगी जो देखे। - फ़ – अम्मा मन् तग़ा
पस जिस ने सरकशी की। - व आ – सरल् हयातदुन्या
और दुनिया की ज़िन्दगी को तरजीह दी। - फ़ – इन्नल् – जही – म हि – यल् – मअ्वा
तो यकीनन उस का ठिकाना जहन्नम है। - व अम्मा मन् ख़ा – फ़ मका़ – म रब्बिही व नहन् – नफ् – स अ़निल् – हवा
और जो अपने रब के सामने खड़ा होने से डरा और उस ने रोका अपने दिल को ख़ाहिश से। - फ़ – इन्नल् जन्न – त हि – यल् – मअ्वा
तो यक़ीनन उस का ठिकाना जन्नत है। - यस्अलू – न – क अ़निस्सा – अ़ति अय्या – न मुरसाहा
वह आप ( स ) से पूछते हैं कियामत के बाबत कि कब ( होगा ) उस का कियाम? - फ़ी – म अन् – त मिन् ज़िक्राहा
तुम्हें क्या काम उस के ज़िक्र से? - इला रब्बि – क मुन्तहाहा
तुम्हारे रब की तरफ़ है उस की इन्तिहा। - इन्नमा अन् – त मुन्ज़िरु मंय्यख़्शाहा
आप ( स ) सिर्फ डराने वाले हैं उस को जो उस से डरे। - क – अन्नहुम् यौ – म यरौनहा लम् यल्बसू इल्ला अ़शिय्य तन् औ जुहाहा
गोया वह जिस दिन उस को देखेंगे ( ऐसा लगेगा कि ) वह नहीं ठहरे मगर एक शाम या उस की एक सुवह।
सूरह नाज़िआत का उर्दु तर्जुमा वीडियो
Surah An-Naziat in Arabic






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