- का – ल रब्बुकुम् व रब्बु आबाइकुमुल् – अव्वलीन
मूसा ने कहा (वही ख़ुदा जो कि) तुम्हारा परवरदिगार और तुम्हारे बाप दादाओं का परवरदिगार है (26) - का – ल इन् – न रसूलकुमुल्लज़ी उर्सि – ल इलैकुम् ल – मज्नून
फ़िरऔन ने कहा (लोगों) ये रसूल जो तुम्हारे पास भेजा गया है हो न हो दीवाना है (27) - का – ल रब्बुल म श्रिकि वल् – मग्रिबि व मा बैनहुमा, इन् कुन्तुम् तअ्किलून
मूसा ने कहा (वह ख़ुदा जो) पूरब पच्छिम और जो कुछ इन दोनों के दरम्यिान (सबका) मालिक है अगर तुम समझते हो (तो यही काफी है) (28) - का-ल ल-इनित्त ख़ज् त इलाहन् ग़ैरि ल-अज्अ़ लन्न क मिनल्- मस्जूनीन
फ़िरऔन ने कहा अगर तुम मेरे सिवा किसी और को (अपना) ख़ुदा बनाया है तो मै ज़रुर तुम्हे कै़दी बनाऊँगा (29) - का-ल अ-व लौ जिअ्तु-क बिशैइम् – मुबीन
मूसा ने कहा अगरचे मैं आपको एक वाजे़ए व रौशन मौजिज़ा भी दिखाऊं (तो भी) (30) - का – ल फ़अ्ति बिही इन् कुन् – त मिनस्सादिक़ीन
फ़िरऔन ने कहा (अच्छा) तो तुम अगर (अपने दावे में) सच्चे हो तो ला दिखाओ (31) - फ़- अल्का अ़साहु फ़-इज़ा हि-य सुअ्बानुम् – मुबीन
बस (ये सुनते ही) मूसा ने अपनी छड़ी (ज़मीन पर) डाल दी फिर तो यकायक वह एक सरीही अज़दहा बन गया (32) - वन -ज़-अ़ य-दहू फ़-इज़ा हि-य बैज़ा-उ लिन्नाज़िरीन *
और (जेब से) अपना हाथ बाहर निकाला तो यकायक देखने वालों के वास्ते बहुत सफेद चमकदार था (33) - का – ल लिल्म – लइ हौलहू इन् – न हाज़ा लसाहिरून् अलीम
(इस पर) फ़िरऔन अपने दरबारियों से जो उसके गिर्द (बैठे) थे कहने लगा (34) - युरीदु अंय्युख़ि – जकुम् मिन् अरजिकुम् बिसिहरिही फ़ – माज़ा तअ्मुरून
कि ये तो यक़ीनी बड़ा खिलाड़ी जादूगर है ये तो चाहता है कि अपने जादू के ज़ोर से तुम्हें तुम्हारे मुल्क से बाहर निकाल दे तो तुम लोग क्या हुक्म लगाते हो (35) - कालू अर्जिह् व अख़ाहु वब्अ़स् फ़िल्मदाइनि हाशिरीन
दरबारियों ने कहा अभी इसको और इसके भाई को (चन्द) मोहलत दीजिए (36) - यअतू – क बिकुल्लि सह्हारिन् अ़लीम
और तमाम शहरों में जादूगरों के जमा करने को हरकारे रवाना कीजिए कि वह लोग तमाम बड़े बड़े खिलाड़ी जादूगरों को आपके सामने ला हाजि़र करें (37) - फ़जुमिअ़स्स ह-रतु लिमीक़ाति यौमिम्-मअ्लूम
ग़रज़ वक़्त मुक़र्रर हुआ सब जादूगर उस मुक़र्रर वक़्त के वायदे पर जमा किए गए (38) - व की – ल लिन्नासि हल् अन्तुम् मुज्तमिअून
और लोगों में मुनादी करा दी गयी कि तुम लोग अब भी जमा होगे (39) - लअ़ल्लना नत्तबिअुस्स-ह-र-त इन् कानू हुमुल् – ग़ालिबीन
या नहीं ताकि अगर जादूगर ग़ालिब और वर है तो हम लोग उनकी पैरवी करें (40) - फ – लम्मा जाअस्स ह-रतु कालू लिफिरऔ-न अ-इन्- न लना ल – अज्रन् इन् कुन्ना नह्नुल – ग़ालिबीन
अलग़रज जब सब जादूगर आ गये तो जादूगरों ने फ़िरऔन से कहा कि अगर हम ग़ालिब आ गए तो हमको यक़ीनन कुछ इनाम (सरकार से) मिलेगा (41) - का -ल न -अ़म् व इन्नकुम् इज़ल् लमिनल् -मुक़र्रबीन
फ़िरऔन ने कहा हाँ (ज़रुर मिलेगा) और (इनाम क्या चीज़ है) तुम उस वक़्त (मेरे) मुक़र्रेबीन (बारगाह) से हो गए (42) - का – ल लहुम् मूसा अल्कू मा अन्तुम् मुल्कून
मूसा ने जादूगरों से कहा (मंत्र व तंत्र) जो कुछ तुम्हें फेंकना हो फेंको (43) - फ़- अल्क़ौ हिबा – लहुम् व अिसिय्यहुम् व क़ालू बिअिज्जति फ़िरऔं-न इन्ना ल – नह्नुल – ग़ालिबून
इस पर जादूगरों ने अपनी रस्सियाँ और अपनी छडि़याँ (मैदान में) डाल दी और कहने लगे फ़िरऔन के जलाल की क़सम हम ही ज़रुर ग़ालिब रहेंगे (44) - फ़- अल्का मूसा अ़साहु फ़-इज़ा हि-य तल्क़फु मा यअ्फिकून
तब मूसा ने अपनी छड़ी डाली तो जादूगरों ने जो कुछ (शोबदे) बनाए थे उसको वह निगलने लगी (45) - फ़ उल्कियस्स ह – रतु साजिदीन
ये देखते ही जादूगर लोग सजदे में (मूसा के सामने) गिर पडे़ (46) - कालू आमन्ना बिरब्बिल् आलमीन
और कहने लगे हम सारे जहाँ के परवरदिगार पर इमान लाए (47) - रब्बि मूसा व हारून
जो मूसा और हारुन का परवरदिगार है (48) - काल आमन्तुम् लहू कब् – ल अन् आज़ न लकुम् इन्नहू लकबीरु कुमुल्लज़ी अ़ल्ल-मकुमुस्- सिह् – र फ़ – लसौ फ़ तअ्लमू-न, ल उक़त्ति अ़न् न ऐदि-यकुम् व अर्जु – लकुम् मिन् खिलाफिंव् – व ल – उसल्लिबन्नकुम् अज्मईन
फ़िरऔन ने कहा (हाए) क़ब्ल इसके कि मै तुम्हें इजाज़त दूँ तुम इस पर इमान ले आए बेशक ये तुम्हारा बड़ा (गुरु है जिसने तुम सबको जादू सिखाया है तो ख़ैर) अभी तुम लोगों को (इसका नतीजा) मालूम हो जाएगा कि हम यक़ीनन तुम्हारे एक तरफ़ के हाथ और दूसरी तरफ़ के पाँव काट डालेगें और तुम सब के सब को सूली देगें (49) - क़ालू ला ज़ै – र इन्ना इला रब्बिना मुन्क़लिबून
वह बोले कुछ परवाह नही हमको तो बहरहाल अपने परवरदिगार की तरफ़ लौट कर जाना है (50)
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