नमाज़ों के वक्तों का बयान
नमाज़ के वक्तों और उनकी फजीलत। नमाज़ गुनाहों के लिए कफ्फारा है। नमाज़ वक्त पर पढ़ने की फजीलत। पांचों नमाजें गुनाहों को मिटाने वाली हैं। Hadis 327, 328
नमाज़ के वक्तों और उनकी फजीलत। नमाज़ गुनाहों के लिए कफ्फारा है। नमाज़ वक्त पर पढ़ने की फजीलत। पांचों नमाजें गुनाहों को मिटाने वाली हैं। Hadis 327, 328
डर की नमाज का बयान, Hadis 524, पैदल और सवार होकर खौफ की नमाज़ अदा करना। पीछा करने वाले और पीछा किये गये का सवारी पर इशारे से नमाज़ पढ़ना।
मक्का और मदीना की मस्जिदों में नमाज़ पढ़ना। मक्का और मदीना की मस्जिद में नमाज़ पढ़ने की फजीलत। Hadis 621, कुबा की मस्ज़िद का बयान। (मस्जिद नबवी में) कब्र और मिम्बर के बीच वाली जगह की फजीलत।
सदका फित्र के बयान में। सदका-ए-फित्र की फरजियत। ईद से पहले सदका फित्र की अदायगी का बयान। सदका फित्र हर आजाद या गुलाम पर वाजिब है।
ईदों का बयान: ईद के दिन बरछों और ढ़ालों से जिहादी मश्क करना।, ईदुलफित्र के दिन (नमाज़ के लिए) निकलने से पहले कुछ खाना।, ईदुल अज़हा (बकरा ईद) के दिन खाने का बयान।, Hadis 530, ईदगाह में मिम्बर के बगैर जाना।
कोई मसअला पेश आने पर सफर करना और अपने घर वालों को तालीम देना। इल्म हासिल करने के लिए बारी बांधना। तकरीर या तालीम के वक्त किसी बुरी बात पर नाराजगी जाहिर करना। Hadis 80, 81, खूब समझाने के लिए एक बात को तीन बार दोहराना।
लड़के का किस उम्र में हदीस सुनना ठीक है? इल्म पढ़ने और पढ़ाने वाले की फजीलत। दुनिया से इल्म उठ जाना और जहालत का आम हो जाना। इल्म की फरावानी का बयान। Hadis 76
Hadis 59, Hadis 60, “कभी कभी वह आदमी जिसे हदीस पहुंचाई जाये, सुनने वाले से ज्यादा याद रखने वाला होता हैं” Hadis 62, Hadis 63, अल्लाह जिसके साथ भलाई चाहता है, उसे दीन की समझ अता फरमाता है।
इल्म का बयान: इल्म की फजीलत। इल्मी बातें जोर-जोर से कहना। मालूमात आजमाने के लिए उस्ताद का शागिर्द के सामने कोई मसला पेश करना। शागिर्द का उस्ताद के सामने पढ़ना और पेश करना।
हैज वाली औरत का कपड़ा छू जाना। हैजवाली औरत का दोनों ईदों में शामिल होना। हैज वाली औरत का नमाज को कजा न करना।