हजरत खालिद बिन वलीद-4
हिजरत के दौरान मुहाजिरीन (मक्का के प्रवासियों) ने अपना अधिकांश सामान अपने पीछे छोड़ दिया, जिसे अंततः कुरैश के कुफ्फरों ने ले लिया।
हिजरत के दौरान मुहाजिरीन (मक्का के प्रवासियों) ने अपना अधिकांश सामान अपने पीछे छोड़ दिया, जिसे अंततः कुरैश के कुफ्फरों ने ले लिया।
पैगंबर मुहम्मद (सल्लललाहू अलैही वसललम) मक्का में लोगों को इस्लाम की तरफ बुलाते रहे, उधर मक्का की जमीन हुजूर (सल्लललाहू अलैही वसललम) के लिए तंग होने लगी।
अरब उस समय अंधकार के दौर में था। अमीर लोग गरीबों और असहायों के साथ अन्याय, बेवजह खूनखराबा, महिलाओं को किसी घरेलु पशु से बेहतर नहीं माना जाता था।
हजरत खालिद इब्न वलीद रज़ी अल्लाहू अनहू का जन्म सम्भवत 592 ईस्वी में अरब के एक नामवर परिवार में हुआ था। आपका जन्म कुरैश की एक जनजाती बनू मख़ज़ूम खानदान…
नमाज में पढ़ी जाने वाली 12 सूरते हिंदी में 7. सूरह नस्र 8. सूरह अल क़द्र 9. सूरह लहब (तब्बत यदा) 10. सूरह अस्र (वल अम्रि) 11. सूरह फ़ील (अलम तरा कैफ़)…
सूरह अल-अलक हिन्दी में: सूरा अल-अलक़ इस्लाम के पवित्र ग्रन्थ कुरआन का 96 वां सूरा है। इसमें 19 आयतें हैं। It is sometimes also known as Surat Iqrā.
हिन्दी में सूरह अल-कद्र: यह सूरह मक्की है, इस में 5 आयतें हैं। सूरह अल-कद्र का मतलब नसीब है। अल-क़द्र की अवधारणा है कि अल्लाह सब कुछ जानता है और जो कुछ…
हिन्दी में सूरह अल-बय्यिना: सूरह अल-बय्यिना में कुल 8 आयतें हैं। सूरह अल-बय्यिना का मतलब स्पष्ट सबूत है। सूरह बय्यिना कुरान पाक के 30 वे पारे में मौजूद है।
हिन्दी में सूरह अज़-ज़ल्ज़ला: सूरह अज़-ज़ल्ज़ला मक्के में नाजिल हुई। इसमें 8 आयतें है और 1 रूकू है। बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीमइज़ा ज़ुल ज़िलतिल अरजु…
हिन्दी में सूरह अल-आदियात: सूरह अल-आदियात मक्के में नाजिल हुई। इसमें 11 आयतें हैं। अल्लाह ने इंसान को एक घोड़े से तुलना दे कर इंसानी जात को ये बताया है…