97 सूरह अल-कद्र हिन्दी में
हिन्दी में सूरह अल-कद्र: यह सूरह मक्की है, इस में 5 आयतें हैं। सूरह अल-कद्र का मतलब नसीब है। अल-क़द्र की अवधारणा है कि अल्लाह सब कुछ जानता है और जो कुछ…
हिन्दी में सूरह अल-कद्र: यह सूरह मक्की है, इस में 5 आयतें हैं। सूरह अल-कद्र का मतलब नसीब है। अल-क़द्र की अवधारणा है कि अल्लाह सब कुछ जानता है और जो कुछ…
हिन्दी में सूरह अल-बय्यिना: सूरह अल-बय्यिना में कुल 8 आयतें हैं। सूरह अल-बय्यिना का मतलब स्पष्ट सबूत है। सूरह बय्यिना कुरान पाक के 30 वे पारे में मौजूद है।
हिन्दी में सूरह अज़-ज़ल्ज़ला: सूरह अज़-ज़ल्ज़ला मक्के में नाजिल हुई। इसमें 8 आयतें है और 1 रूकू है। बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीमइज़ा ज़ुल ज़िलतिल अरजु…
हिन्दी में सूरह अल-आदियात: सूरह अल-आदियात मक्के में नाजिल हुई। इसमें 11 आयतें हैं। अल्लाह ने इंसान को एक घोड़े से तुलना दे कर इंसानी जात को ये बताया है…
हिन्दी में सूरह अल-क़ारिअह: सूरह अल-क़ारिअह मक्का में नाजिल हुई। इसमें 11 आयतें हैं। इस सूरह में अल्लाह ने कयामत की हौलनाकी के बारे में और लोगों के…
हिन्दी में सूरह अत-तकासुर: तकासुर का अर्थ है किसी भी चीज़ की ज़्यादती की ख्वाहिश और चाहत रखना। चाहे माल हो, दौलत हो, औलाद हो, ओहदे और शोहरत में हो। जिस…
सूरह अल-अस्र हिन्दी में: इस सूरत में 3 आयतें हैं और 1 रुकु हैं। ये सूरत मक्के के शुरुआती दौर में नाजिल हुई जब सारे मुल्क में जुल्म बरपा हुआ था। आखिरत…
हिन्दी में सूरह अल-हुमज़ह: यह सूरह मक्की है, जिसमें 9 आयतें हैं। इस का नाम सूरह हुमज़ह है। इस की प्रथम आयत में यह शब्द आया है इस का अर्थ है: व्यंग करना।
हिन्दी में सूरह अल-फ़ील: यह सूरह मक्की है, इस में 5 आयतें हैं। इस सूरह में फ़ील शब्द का अर्थ हाथी है। The surah is written in the interrogative form.
हिन्दी में सूरह कुरैश: यह सूरह मक्की है, इस में 4 आयतें हैं। इस में मक्का के कबीले कुरैश की चर्चा के कारण सूरह का नाम रखा गया है।